इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की बड़ी कंपनी एल एंड टी (लार्सन एंड टुब्रो) के चेयरमैन एसएन सुब्रमण्यन चाहते हैं कि लोग रविवार को भी काम करें। इससे पहले इन्फोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति ने भी सप्ताह में 70 घंटे काम करने की वकालत की थी। लेकिन सुब्रमण्यन तो उनसे आगे भी बढ़ गये और उन्होंने सप्ताह में 90 घंटे काम की वकालत कर डाली। इन दोनों दिग्गज उद्योगपतियों के समर्थन में कई और भी नामचीन उद्योगपति उतरे। लेकिन देश में इसकी व्यापक प्रतिक्रिया हो रही है। एक्स (ट्विटर) पर 90 घंटे काम ट्रेंड हो रहा है। लेकिन कॉरपोरेट जुमलेबाजों या जनता ने कभी यह पता लगाने की कोशिश की 8 घंटे मजदूरी या नौकरी करने का अधिकार कितने संघर्ष से मिला था। दास प्रथा तो खत्म हो गई लेकिन कॉरपोरेट गुलामी की ओर भारत को धीरे-धीरे बढ़ाया जा रहा है। ऐसे जुमलेबाजों का वेतन जानकर आप हैरान रह जायेंगे। इस रिपोर्ट में इन तमाम मुद्दों का जिक्र किया जा रहा है। शर्त है पूरा पढ़ने की।
90 घंटे कामः कर्मचारियों को गुलाम बनाना चाहता है कॉरपोरेट?
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- 10 Jan, 2025
देश की जानी-मानी कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (एल एंड टी) के चेयरमैन और एमडी 90 घंटे काम की वकालत कर रहे हैं। यानी कोई साप्ताहिक अवकाश नहीं। इससे पहले इन्फोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति ने सप्ताह में 70 घंटे काम करने की वकालत की थी। देश के कारोबारियों का एक बड़ा वर्ग इनका समर्थन भी कर रहा है। करोड़ों की सैलरी उठाने वालों के मुंह से ऐसी बातें ज्यादा निकल रही हैं। लेकिन क्या इसके जरिये भारत को कॉरपोरेट गुलामी की ओर धकेला जा रहा है। क्या प्रस्तावित श्रम कानूनों से भी इसका संबंध है।
