शहीदे आज़म भगत सिंह का जन्मदिन क़रीब आते ही तस्वीरों और श्रद्धांजलि से सोशल मीडिया ख़ासतौर पर भर जाता है। नुकीली मूँछों और हैटधारी भगत सिंह की सुदर्शन तस्वीर को श्रद्धांजलि देने में पार्टी और विचारधारा का फ़र्क़ मिटता दिखता है। हद तो ये है कि बीजेपी से जुड़े लोग भी इस होड़ में आगे निकलते दिखना चाहते हैं जबकि भगत सिंह के विचार उनकी राजनीति और वैचारिक दर्शन से पूरी तरह उलट हैं।