क्या आरएसएस प्रचारक सुनील जोशी की हत्या से जुड़ा रहस्य आख़िरकार सामने आएगा? मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार के ताज़ा फ़ैसले से इस बात की उम्मीद जग रही है। राज्य की कांग्रेस सरकार में मंत्री पी. सी. शर्मा ने बताया है कि जोशी हत्याकांड की बंद फ़ाइल को फिर से खोला जाएगा। राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी मंगलवाल को इसकी पुष्टि कर दी। बता दें कि जोशी हत्याकांड में मालेगाँव धमाके की मुख्य अभियुक्त और भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर सहित आठ लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा चला था लेकिन 2017 में आए फ़ैसले में सभी को बरी कर दिया गया था।
अब राज्य में कांग्रेस की सरकार है और उसे लगता है कि जोशी हत्याकांड में ठीक से जाँच नहीं हुई, इसलिए वह मामले की फ़ाइल फिर से खुलवाकर नए सिरे से जाँच करवाने को सोच रही है। सरकार देवास की कोर्ट के फ़ैसले को चुनौती देने के लिए हाई कोर्ट भी जा सकती है।
जोशी की हत्या में साध्वी प्रज्ञा का हाथ? फिर होगी जाँच
- विचार
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- 22 May, 2019

सुनील जोशी आरएसएस के प्रचारक थे। 29 दिसंबर 2007 को मध्य प्रदेश के देवास ज़िले में उनकी हत्या कर दी गई थी। क़रीब 9 साल तक विभिन्न एजेंसियों द्वारा इस मामले की जाँच की गई लेकिन 2017 में अदालत ने प्रज्ञा समेत सभी अभियुक्तों को यह कहते हुए बरी कर दिया कि उनके ख़िलाफ़ पर्याप्त सबूत नहीं मिले। अब कमलनाथ सरकार ने एक बार फिर इस मामले की जाँच कराने का फ़ैसला किया है।
नीरेंद्र नागर सत्यहिंदी.कॉम के पूर्व संपादक हैं। इससे पहले वे नवभारतटाइम्स.कॉम में संपादक और आज तक टीवी चैनल में सीनियर प्रड्यूसर रह चुके हैं। 35 साल से पत्रकारिता के पेशे से जुड़े नीरेंद्र लेखन को इसका ज़रूरी हिस्सा मानते हैं। वे देश