10 से 50 साल की महिलाएँ सबरीमला मंदिर के अंदर जा सकती हैं या नहीं, इस मुद्दे पर अब सर्वोच्च न्यायालय के 7 जजों की बेंच अपना फ़ैसला देगी। पिछले साल पांच जजों की बेंच ने महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति दी थी। इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ बहुत से धार्मिक संगठनों और मौक़ापरस्त राजनीतिक दलों ने भी आवाज़ उठाई थी। उसके बाद अदालत में 65 याचिकाएं भी लगाई गईं, जिनमें से कुछ में कहा गया कि मंदिरों में ही क्यों, मसजिदों और पारसियों की अगियारी में भी महिलाओं को अंदर जाने की इजाजत मिलनी चाहिए।