राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ धार्मिक विविधता के बाद राजनीतिक विरोधियों से गले मिलने की तैयारी कर रहा है ताकि उन तक अपनी बात पहुँचाई जा सके और यह भरोसा दिलाया जा सके कि संघ किसी विरोधी विचारधारा के ख़िलाफ़ नहीं है। इस सिलसिले में एक बड़ा फ़ैसला किया गया है कि अब आरएसएस हाईकमान देश के तमाम राज्यों के ग़ैर बीजेपी मुख्यमंत्रियों से मुलाक़ात शुरू करेगा। दूसरे चरण में विभिन्न राजनीतिक दलों के मुखियाओं से मिलने का सिलसिला रखा जाएगा।
विपक्ष के मुख्यमंत्रियों से मुलाक़ात करेंगे मोहन भागवत!
- विचार
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- 2 Aug, 2021

सूत्रों की बात मानें तो संघ हाईकमान का मानना है कि देश में ज़्यादातर ग़ैर-बीजेपी राजनीतिक दल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ख़िलाफ़ माहौल बना रहे हैं, ऐसे में ज़रूरी है कि संघ यह पहल करे कि वो किसी राजनीतिक विचारधारा का दुश्मन नहीं है। इससे मोदी विरोधी अभियान को कमज़ोर करने में भी मदद मिलेगी।
वैसे, यह मुलाक़ात सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ही करेंगे, लेकिन फ़िलहाल इसे आरएसएस हाईकमान कहा गया है। इस योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है और संभावना है कि संघ के गुरु दक्षिणा कार्यक्रम के ख़त्म होने यानी रक्षाबंधन के बाद इसकी शुरुआत हो सकती है।