जब आँखों के सामने एक संस्था को बर्बाद किया जा रहा हो, सिर्फ़ इसलिए कि वह दक्षिणपंथ की राह पर चलने को तैयार नहीं है तो इसे देश की बदक़िस्मती ही कहा जायेगा। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय को कुछ टीवी चैनलों और फ़ेक न्यूज़ क़ारोबारियों के ज़रिए अर्बन नक्सल, आतंकवाद, देशद्रोह और सेक्स रैकेट का अड्डा बताया जा रहा है। इनमें वे भी शामिल हैं जो अपने को देशभक्त कहते हैं, और वे भी जो छद्म देशभक्ति का आवरण ओढ़े अपनी दुकान चला रहे हैं। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय का सिर्फ़ इतना-सा अपराध है कि वह वामपंथ से प्रभावित है और दक्षिणपंथी विचारधारा को अपने यहाँ जगह देने को तैयार नहीं है।