प्रधानमंत्री ने 12 मई के अपने राष्ट्रीय संदेश में क्या-क्या कहा, ये तो अब तक आप जान ही चुके होंगे। मेरी बात उससे आगे की है। पहली तो यही कि 34 मिनट के भाषण में 2,000 से ज़्यादा शब्दों को पिरोकर जो कुछ कहा गया, उसे महज एक ट्वीट से भी कहा जा सकता है, तो फिर इतने बड़े आयोजन की क्या ज़रूरत थी?