देश में कोरोना की महामारी घटी तो अब महंगाई की महामारी से लोगों को जूझना पड़ रहा है। कोरोना घटा तो लोग घर की चारदीवारी से निकलकर बाहर जाना चाहते हैं लेकिन जाएँ कैसे? पेट्रोल के दाम 100 रु. लीटर और डीजल के 90 रु. को पार कर गए। कार-मालिकों को सोचना पड़ रहा है कि क्या करें? कार बेच दें और बसों, मेट्रो या ऑटो रिक्शा से जाया करें लेकिन उनके किराए भी कूद-कूदकर आगे बढ़ते जा रहे हैं। पेट्रोल और डीजल की सीधी मार सिर्फ़ मध्यम वर्ग पर ही नहीं पड़ रही है, ग़रीब वर्ग भी परेशान है। तेल की क़ीमत बढ़ी तो खाने-पीने की रोजमर्रा की चीजों के दाम भी आसमान छूने लगे हैं।