भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के साथ ही यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि क्या दोनों देशों के बीच युद्ध एक मात्र रास्ता बचा है? क्या कूटनीतिक रास्ता बंद हो चुका है? यह सवाल उठना लाज़िमी इसलिए है कि कूटनीति के नाकाम होने के बाद ही युद्ध होता है। यह तो कोई नहीं चाहेगा कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच जंग हो, पर जिस तरह आतंकवादी गुट पाकिस्तान में खुले आम काम कर रहे हैं और इस्लामाबाद उन्हें शह देता रहता है, उससे सवाल उठता है कि आख़िर रास्ता क्या है?
बेवकूफ़ी करने से पहले पाकिस्तान 1971 की हार याद कर ले
- विचार
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- 25 Feb, 2019

भारत-पाकिस्तान के बीच तेज़ी से बढ़ रहे तनाव के बीच सवाल उठता है कि क्या युद्ध ही एक मात्र रास्ता बचा है? क्या कूटनीति नाकाम हो चुकी है?