चुनाव आयोग का काम स्वतंत्र और निष्पक्ष ढंग से चुनाव कराना है। चुनाव के दौरान आयोग की हैसियत सरकार से ऊपर मानी जाती है। यह व्यवस्था इसीलिए की गयी है कि आयोग सभी पार्टियो को बिना किसी भेदभाव के चुनाव लड़ने का समान आधार मुहैया कराये। लेकिन आयोग ने जिस तरह से हाल में कार्रवाइयाँ की हैं, उससे निष्पक्ष और स्वतंत्र ढंग से काम करने वाले संवैधानिक निकाय के रुप में उसकी हैसियत पर गहरा सवालिया निशान लग गया है। ऐसा लगता है कि चुनाव आयोग केंद्र सरकार के अधीन कोई विभाग है।