रवीश कुमार को रमन मैगसेसे पुरस्कार मिला है। पत्रकारिता में अदम्य साहस दिखाने के लिये। मैं रवीश से ज़्यादा नहीं मिला हूँ। सिर्फ़ एक बार मैं उसके घर गया हूँ। वैसे हम एक-दूसरे को कम से कम बीस साल से तो जानते ही हैं। टीवी पर होने की वजह से एक-दूसरे से लंबे समय से परिचय है। टीवी की एक ख़ासियत है कि आप इतनी बार एक-दूसरे को देखते हैं कि एक अपनापन सा हो जाता है। ऐसा ही कुछ हमारे बीच हुआ होगा। हम जब भी मिले मुस्करा कर मिले। जब रवीश को रमन मैगसेसे पुरस्कार मिलने के बारे में सुना, तो फ़ौरन फ़ोन किया और बधाई दी।