बात 1999 के अंत की है। चौधरी बंसीलाल हरियाणा के अपने तीसरे अर्थात अंतिम कार्यकाल के आख़िरी समय में राज्य सरकार द्वारा किये गए अनेक कार्यों का उद्घाटन कर रहे थे। क्योंकि कुछ ही समय बाद सन 2000 में राज्य की दसवीं विधानसभा के चुनाव होने थे। इस दौरान उन्होंने कई ऐसी योजनाओं का भी उद्घाटन कर डाला जो सम्पूर्ण नहीं हुई थीं। अंबाला छावनी के नवनिर्मित बस स्टैंड का उद्घाटन किया जाना भी इन लोकार्पण करने वाली योजनाओं में एक था।
आधे-अधूरे कामों का उद्घाटन- नेताओं को शर्म क्यों नहीं आती?
- विचार
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- 10 Nov, 2022

योजनाओं के पूरा होने से पहले ही उद्घाटन क्यों कर दिया जाता है? क्या ऐसे इक्के-दुक्के मामले हैं? जानिए मोरबी पुल हादसे में क्या हुआ था।
इत्तेफ़ाक़ से इस लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल का उद्घाटन भाषण चल ही रहा था कि ठीक उसी समय तेज़ बारिश शुरू हो गयी। और नवनिर्मित बस स्टैंड की छत से कई जगह से एक साथ तेज़ पानी टपकना शुरू हो गया। तभी आम लोग यह सवाल उठाने लगे थे कि जब बस स्टैंड भवन पूरी तरह मुकम्मल नहीं था तो उद्घाटन की क्या जल्दी थी? इसी प्रकार इसी वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 जुलाई को जालौन के कथेरी गांव में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का शुभारंभ किया था। यह उद्घाटन समारोह भी मीडिया के लिये जितना चर्चित रहा उतना ही चर्चित यही बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे तब भी हुआ जब उद्घाटन के मात्र पांच दिनों के भीतर ही मानसून की पहली ही बारिश में इस हाईवे पर जगह-जगह गड्ढे होने लगे, सड़क पर दरारें पड़ने लगीं और कई जगह तो सड़क के बड़े-बड़े भाग ज़मीन में धँसने के चित्र सामने आने लगे।