मोहम्मद जुबैर की हर हाल में गिरफ्तारी और अब हर हाल में उन्हें जेल से बाहर नहीं निकलने देने को मानो डबल इंजन की सरकारें आमादा हैं। यूपी सरकार की ओर से मो. जुबैर के खिलाफ एसआईटी का गठन इसी बात की पुष्टि करता है।