संसद में वैसे शब्दों की सूची जारी हुई है जो असंसदीय कहलाएंगे। ऐसा विधायिका की ‘गरिमा को बचाने’ के लिए किया जा रहा बताया गया है। पहले से भी यह सूची है और इस सूची में कुछ शब्द और शुमार हो जाएंगे तो यह कोई गैरपारंपरिक एलान नहीं है। फिर भी, यह मुद्दा विमर्श में इसलिए आ गया है क्योंकि ऐसे-ऐसे शब्दों को चुना गया है जिनके ज़रिए वर्तमान सरकार पर विपक्ष लगातार हमला करता रहा है।