ज्यों ही ईरानी सेनापति कासिम सुलेमानी की हत्या हुई, मैंने लिखा और टीवी चैनलों पर कहा था कि भारत को अमेरिका और ईरान के नेताओं से तुरंत बात करनी चाहिए। मुझे खुशी है कि दूसरे ही दिन डाॅ. जयशंकर (विदेश मंत्री) ने दोनों विदेश मंत्रियों और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात की। हमारी सरकार के बयान में यह बात छिपाई गई है कि इन दोनों के बीच ईरान पर कोई बात हुई है लेकिन अमेरिकी प्रवक्ता ने उसे स्पष्ट कर दिया है। मैं कहता हूं कि मोदी को चाहिए कि वह ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनई से भी बात करें, क्योंकि अमेरिका को जो करना था, उसने कर दिया लेकिन अब ईरान कोई ऐसा कदम न उठा ले, जिससे दक्षिण एशिया में विनाश-लीला शुरू हो जाए।
ईरान व कश्मीर: दोनों मसलों पर नई पहल करे मोदी सरकार
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- 9 Jan, 2020

प्रधानमंत्री मोदी को ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनई से बात करनी चाहिए जिससे ईरान कोई ऐसा कदम न उठा ले, जिससे दक्षिण एशिया में विनाश-लीला शुरू हो जाए। दूसरी ओर, पांच महीने बीत गए हैं लेकिन कश्मीर में अभी भी हालात सामान्य नहीं हो सके हैं। सरकार ने कश्मीर में थोड़ी-बहुत ढील ज़रूर दी है लेकिन वह काफ़ी नहीं है।