कभी-कभी राजनीतिक प्रतिष्ठान अच्छे प्रस्ताव भी देते हैं। संसद की स्थायी समिति का प्रस्ताव है कि महिलाओं को माहवारी के दिनों में छुट्टियाँ मिलें। उन्हें उनकी मेडिकल छुट्टियों का हिस्सा न माना जाए। इसके लिए उन्हें कोई मेडिकल सर्टिफिकेट न देना पड़े।
माहवारी के समय महिलाओं को छुट्टी देने का प्रस्ताव एक क्रांति!
- विचार
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- 22 Mar, 2023

महिलाओं को माहवारी के दिनों की छुट्टियाँ देने का प्रस्ताव पारित हो जाता है तो इसके क्या फायदे होंगे? क्या नुक़सान भी हो सकता है और महिलाओं को नौकरियों में भेदभाव भी सहना पड़ सकता है? तो उपाय क्या है?
अगर इस प्रस्ताव पर सरकार की मुहर लगी तो यह बात नौकरी-पेशा महिलाओं के लिए एक बड़ी क्रांति से कम नहीं होगी। इसके पहले छह महीने का मातृत्व अवकाश भी इसी क्रांति का पूर्व चरण था। दरअसल, ऐसे प्रस्ताव महिलाओं को बस सुविधा नहीं देते, बल्कि उनके जैविक अधिकार के प्रति उस संवेदनशीलता की ज़रूरत को रेखांकित करते हैं जिसमें हम इसे सहज रूप से स्वीकार कर सकें।