कुछ दिनों पहले बिना कारण बताये ही एक सरकारी आदेश के अनुसार देश के तीन प्रतिष्ठित समाचार पत्र समूह द हिन्दू, टाइम्स ऑफ़ इंडिया और द टेलीग्राफ़ से सभी सरकारी विज्ञापन हटा लिए गए। इसके बाद भी सरकार और बीजेपी के प्रवक्ता यह सफाई देते जा रहे हैं कि देश में मीडिया पूरी तरह से स्वतंत्र है। प्रधानमंत्री जी तो हमेशा इमरजेंसी को याद कर ही भावुक हो जाते हैं और इसे काला अध्याय बताते हैं।