कुछ दिनों पहले बिना कारण बताये ही एक सरकारी आदेश के अनुसार देश के तीन प्रतिष्ठित समाचार पत्र समूह द हिन्दू, टाइम्स ऑफ़ इंडिया और द टेलीग्राफ़ से सभी सरकारी विज्ञापन हटा लिए गए। इसके बाद भी सरकार और बीजेपी के प्रवक्ता यह सफाई देते जा रहे हैं कि देश में मीडिया पूरी तरह से स्वतंत्र है। प्रधानमंत्री जी तो हमेशा इमरजेंसी को याद कर ही भावुक हो जाते हैं और इसे काला अध्याय बताते हैं।
मीडिया की स्वतंत्रता को है गंभीर ख़तरा
- विचार
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- 10 Jul, 2019

देश में मीडिया की स्वतंत्रता पर गंभीर ख़तरा है और उसे स्वतंत्र ढंग से अपना काम नहीं करने दिया जा रहा है।