नेहरू परिवार की राजनीतिक विरासत की आलोचना करने वाले लोग अक्सर गाँधीजी से उनकी तुलना किया करते थे कि देखिए, गाँधीजी ने अपने बच्चों को बढ़ाने के लिए कुछ नहीं किया और इसका प्रमाण यही है कि उनका एक भी बच्चा आज राजनीति में नहीं है।