अपनी सरकार के ख़िलाफ़ व्याप्त ज़बर्दस्त एंटी-इंकम्बेंसी और चुनाव-प्रचार के दौरान संगठित विपक्ष के हमलों का मुक़ाबला करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिस आक्रामक मुद्दे की लंबे अरसे से तलाश थी वह मिल गया लगता है ! तलाश किए जा रहे मुद्दे में सिर्फ़ राहुल गांधी को ही निशाने पर लिया जाना था और वह मुमकिन नहीं हो पा रहा था। भाजपा में इस बारे में सोचा नहीं गया होगा कि तेलंगाना के असफल प्रयोग की तरह अगर नया दांव भी जनता के बीच नहीं चल पाया तो पार्टी क्या करेगी ?
क्या राहुल गांधी में नरेंद्र मोदी को 2024 का ‘बालाकोट’ मिल गया है?
- विचार
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- 29 Mar, 2025
लोकसभा चुनाव 2024 में केंद्र की मोदी सरकार के पास गिनाने के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धियां नहीं हैं। उसके पास महंगाई, बेरोजगारी पर जनता के गुस्से का फीडबैक भी है। इसलिए पीएम मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानों को तोड़मरोड़ कर पेश करना शुरू कर दिया है। इसीलिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी को वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग इस चुनाव का बालाकोट बता रहे हैं। पढ़िए उनके विचारः
