इजराइल ने दो दिन पहले सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरानी दूतावास पर बम बरसाकर उसे तबाह कर दिया। इस हमले में कई ईरानी अधिकारी और कमांडर (ईरान रिवल्यूशनरी गार्ड कॉर्प IRGC) मारे गए। ईरान ने शुक्रवार को इन लोगों के लिए नमाज-ए-जनाजा का आयोजन किया। ईरान ने अपने खास कुद्स बल के वरिष्ठ कमांडरों और अन्य अधिकारियों की हत्या का बदला लेने की कसम खाई। ईरान की चेतावनी के बाद इस क्षेत्र में युद्ध की आशंका और बढ़ गई है। ईरान ने अमेरिका को इजराइल के साथ संघर्ष में दूर रहने की चेतावनी दी है। इजराइल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) में सभी की छुट्टियां कैंसल कर दी गई हैं। अमेरिका में बाइडेन प्रशासन बैठकें पर बैठकें कर रहा है। उसे यह चिन्ता है कि कहीं ईरान इसके ठिकानों पर हमले न कर दे। क्योंकि खाड़ी क्षेत्र में अमेरिका के ढेरों ठिकाने हैं। जिन पर ईरान पहले भी हमले कर चुका है।
ईरान-इजराइल आमने-सामने, यूएस बेचैन, जानिए नेतन्याहू की रणनीति क्या है?
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- 6 Apr, 2024
खाड़ी संकट बढ़ रहा है। इजराइल ने सीरिया में ईरान दूतावास को तबाह कर दिया था, जिसमें उसके कई अधिकारी-कर्मचारी मारे गए। उनमें ईरानी गार्ड (आईआरजीसी) भी थे। इस पर ईरान ने इजराइल को सीधी चेतावनी दी। साथ अमेरिका को सलाह दी कि वो इस मामले में दूर रहे और इजराइल के जाल में न फंसे। ईरान ने अमेरिका को यह सलाह क्यों दी और इजराइल की सीरिया में ईरानी दूतावास को तबाह करने के पीछे क्या रणनीति है। जानिएः
