दिल्ली की सरहदों पर डेढ़ महीने से जारी किसान आंदोलन इस देश के लोकतंत्र का नया इम्तिहान है। एक तरफ़ पंजाब-हरियाणा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और दूसरे राज्यों से आए लाखों किसान हैं और दूसरी तरफ़ अपने दो-तिहाई बहुमत से हासिल जनादेश के अहंकार में डूबी सरकार, जो एक क़दम पीछे हटने को तैयार नहीं है। बीच में बारिश से भीगा यह सर्द मौसम है जो किसी भी आंदोलन के हौसले को गला सकता है, लेकिन इस आंदोलन को नहीं गला पाया है।