संयुक्त किसान मोर्चा ने योगेंद्र यादव को एक महीने के लिए अपने बीच से बाहर कर दिया है। इस एक क़दम ने मोर्चे की नैतिक आभा धूमिल कर दी है। योगेंद्र यादव को निलंबित करने के लिए मोर्चे ने जो कारण दिया है, वह हिंसा के प्रश्न पर मोर्चे की स्थिति को कमजोर करता है। कारण है लखीमपुर खीरी में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं में से एक के घर पर जाकर उसके परिजनों से मिलना।