पाकिस्तान ने गजब की पलटी खाई है। यह किसी शीर्षासन से कम नहीं है। पाकिस्तान सरकार के मंत्रिमंडल की आर्थिक सहयोग समन्वय समिति ने परसों घोषणा की कि वह भारत से 5 लाख टन शक्कर और कपास खरीदेगा लेकिन 24 घंटे के अंदर ही मंत्रिमंडल की बैठक हुई और उसने इस घोषणा को रद्द कर दिया।
फौज़, कट्टरपंथियों के दबाव में भारत संग व्यापार से पीछे हट गए इमरान?
- विचार
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- 3 Apr, 2021

इमरान इतने मजबूत आदमी हैं कि वे धमकियों की भी परवाह नहीं करते, क्योंकि उन्हें अपने कपड़ा-उद्योग और आम आदमियों की तकलीफों को दूर करना था। लेकिन उन्हें इसलिए दबना पड़ रहा है क्योंकि फौज़ ने कश्मीर को लेकर सरकार का गला दबा दिया होगा। क्योंकि जब तक कश्मीर का मसला जिंदा है, फौज का दबदबा कायम रहेगा।
यहां पहला सवाल यही है कि उस समिति ने यह फैसला कैसे किया? उसके सदस्य मंत्री लोग तो हैं ही, बड़े अफसर भी हैं। क्या वे प्रधानमंत्री से सलाह किए बिना भारत-संबंधी कोई फैसला अपने मनमाने ढंग से कर सकते हैं? बिल्कुल नहीं। उन्होंने प्रधानमंत्री इमरान खान की इजाजत ज़रूर ली होगी।