ऐसे होर्डिंग आपको देश के किसी भी शहर में दिख जाएँगे। कोविड-19 के मुफ्त टीके के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा करने वाले ऐसे होर्डिंग्स ने कोविड काल में भी प्रचार का कारोबार करने वालों की चांदी कर दी है। बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री तो इस काम में बढ़-चढ़ कर आगे आ ही रहे हैं, ज़िला और कस्बा स्तर के छुटभैय्ये नेताओं को भी इस बहाने प्रधानमंत्री के साथ अपनी तस्वीर लगाने का मौक़ा मिल गया है। और जहाँ बीजेपी की सरकार नहीं है वहाँ भी स्थिति कोई अच्छी नहीं है। वहाँ मुफ्त टीके का श्रेय लेने के लिए मुख्यमंत्री अपने होर्डिंग लगवा रहे हैं और अख़बारों में विज्ञापन छपवा रहे हैं।

कोविड-19 के मुफ्त टीके के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा करने वाले ऐसे होर्डिंग्स ने कोविड काल में भी प्रचार का कारोबार करने वालों की चांदी कर दी है।
जबकि देश में न तो मुफ्त टीकाकरण पहली बार हुआ है और न ही यह कोई नई बात ही है। असल में, भारत में वैक्सीनेशन का पूरा इतिहास ही दरअसल मुफ्त टीकाकरण का इतिहास है।