पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने पिछले दिनों ट्यूटर के माध्यम से यह चिंता ज़ाहिर की  कि-“भारत में अल्पसंख्यकों को अतिवादी समूह निशाना बना रहे हैं और इस तरह का एजेंडा क्षेत्रीय शांति के लिए एक वास्तविक और वर्तमान ख़तरा है।” उन्होंने यह आरोप दिसंबर में हरिद्वार में हुई कथित धर्म संसद के दौरान कुछ कथित संतों द्वारा मुसलमानों के ख़िलाफ़ अपमानजनक व भड़काऊ भाषण दिए जाने के सन्दर्भ में लगाये।