जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कश्मीर के बदलते हुए हालात पर बहुत ही आशावादी टिप्पणी की है। उनका कहना है कि हुर्रियत के नेता अब कश्मीर के मसले को बातचीत से हल करना चाहते हैं। वे ख़ुद नहीं चाहते कि कश्मीर के नौजवान फिजूल में अपना ख़ून बहाएँ। कश्मीरी नौजवान कौन-से स्वर्ग (बहिरत) के लिए ख़ून बहा रहे हैं? कश्मीर तो ख़ुद स्वर्ग ही है, जैसा कि बादशाह जहाँगीर कहा करते थे। यदि वे अच्छे मुसलमान बनकर यहाँ रहें तो वे एक नहीं, दो-दो स्वर्गों के हक़दार बन सकते हैं। मरने के बाद कौन कहाँ, जाएगा, किसे पता है? यदि कश्मीर में शांति रहे तो वह भारत का सर्वश्रेष्ठ राज्य बन सकता है। इस टिप्पणी के साथ मलिक ने हुर्रियत के प्रमुख मीरवाइज उमर फारुक के इस बयान की भी तारीफ़ की है कि कश्मीरी नौजवान नशीली दवाइयों से दूर रहें।
कश्मीर में शांति के लिए ऐतिहासिक पहल का मौक़ा
- विचार
- |
- |
- 24 Jun, 2019

कश्मीर का मसला हल हो जाए तो संपूर्ण दक्षिण एशिया को हम दुनिया का सबसे मालदार और सबसे सुखी इलाक़ा जल्दी ही बना सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के लिए यह ऐतिहासिक उपलब्धि होगी कि वे बातचीत के ज़रिए कश्मीर का मसला हल कर दें, जो आज तक कोई सरकार नहीं कर सकी।