कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से जारी देशव्यापी लॉकडाउन के बीच गुरुवार को बुद्ध पूर्णिमा की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन सुन कर कई तरह के ख़याल आए। प्रधानमंत्री ने संबोधन की शुरुआत में कहा कि मौजूदा समय में बुद्ध की शिक्षा प्रासंगिक है। यह एक सामान्य सी रस्मी बात है जो किसी भी महापुरुष को याद करते हुए कहीं भी कभी भी कही जा सकती है और इससे कोई असहमति भी नहीं हो सकती भले ही कहने वाले कोई भी हों जिनका बुद्ध की करुणा, प्रेम, भाईचारे की नीति पर विश्वास हो या न हो।