राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का गुरू दक्षिणा कार्यक्रम इस साल 23 जुलाई से शुरू होगा, इसमें लाखों स्वयंसेवक और आरएसएस के समर्थक हिस्सा लेंगे। संघ शायद अकेला समाजसेवी संगठन होगा जो आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर है और किसी दूसरे से चंदा नहीं लेता। संघ से जुड़े लोग भी साल में केवल एक बार अपनी तरफ से दक्षिणा देते हैं, जिसे गुरु दक्षिणा कहा जाता है।