देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन की बनाने की नरेन्द्र मोदी की घोषणा याद है? प्रधानमंत्री ने पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था पर सवाल उठाने वालों को आड़े हाथों लिया था और ऐसे लोगों को ‘पेशेवर निराशावादी’ बताया था। उन्होंने कहा था कि लक्ष्य तक पहुंचने के लिये आशा और उत्साह ज़रूरी है। यही नहीं, उन्होंने यह भी कहा था, इसी के सहारे हमने पांच साल में देश को एक ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था तक पहुंचा दिया, जबकि इतना करने में पहले की सरकारों को 50 से 55 साल लगे।
पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का क्या हुआ प्रधानमंत्री जी?
- विचार
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- संजय कुमार सिंह
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- 13 Dec, 2021

संजय कुमार सिंह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के कई मंत्रियों ने पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के नारे को जोर-शोर से उछाला था। लेकिन क्या हम उस दिशा में आगे बढ़ पाए हैं?
कहने की जरूरत नहीं है कि यह एक तथ्य था (नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बने होते तो ‘है’ लिखता) जिसे प्रचार बना दिया गया था।
पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने इस पर कहा था और आजतक डॉट इन की खबर थी, "मोदी के सपने पर चिदंबरम की मुहर, कहा, मुमकिन है 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी"। लेकिन क्या हुआ? अब इसकी कोई चर्चा नहीं है। क्यों? आइए समझते हैं।