नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बनी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार एक तरफ़ जहाँ वोट हासिल करने के लिए दलित बस्तियों में दौरा कर रही है, सहभोज का आयोजन कर रही है, वहीं सरकार दलित लेखकों और  दलितों की समस्याओं को विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम से बाहर कर रही है।