“अब कांग्रेस का शाही परिवार फिर आरक्षण ख़त्म करने पर अड़ रहा है। लेकिन मेरी बात कांग्रेस कान खोल कर सुन ले। जब तक मोदी है, तब तक बाबा साहेब आंबेडकर के दिये आरक्षण में रत्ती भर भी लूट नहीं करने दूँगा। हटाने नहीं दूँगा” - कुरुक्षेत्र में रैली को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी
राहुल गाँधी को जानलेवा धमकी पर चुप्पी में माफ़िया राज होने की गूँज!
- विचार
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- 19 Sep, 2024

राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता को व्यक्तिगत दुश्मनी में बदलना देश को गृहयुद्ध की ओर धकेलने की कोशिश है। पाकिस्तान और बांग्लादेश इसका ख़ामियाज़ा भुगत चुका है।
“राहुल गाँधी ने देश से आरक्षण को समाप्त करने की बात कह कर कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा एक बार फिर से देश के सामने लाने का काम किया है। मन में पड़े विचार और सोच किसी न किसी माध्यम से बाहर आ ही जाते हैं। मैं राहुल गाँधी को बताना चाहता हूँ कि जब तक भाजपा है, आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता”- अमित शाह का ट्वीट
"आज वह देश से आरक्षण खत्म करने की भाषा बोल रहे हैं और उन्होंने कांग्रेस का असली चेहरा दिखा दिया है। जो कोई भी राहुल गांधी की जीभ काटेगा, उसे मैं 11 लाख रुपये का इनाम दूँगा”- संजय गायकवाड़, विधायक, शिवसेना (शिंदे)
“राहुल गांधी की जुबान दाग दी जानी चाहिए, क्योंकि उन्होंने आरक्षण के बारे में जो कहा है वह खतरनाक है”- अनिल बोड़े, बीजेपी राज्यसभा सदस्य और पूर्व मंत्री
इन चार बयानों एक स्पष्ट रिश्ता नज़र आता है। पहले दो बयान प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के हैं, जो देश को बता रहे हैं कि नेता विपक्ष राहुल गाँधी ‘आरक्षण ख़त्म करना चाहते हैं’ जिसे वे हर हाल में रोकेंगे। और दूसरे दो बयान बता रहे हैं कि राहुल को रोकने के लिए ‘क्या किया जाएगा!’ जीभ काटने से लेकर जीभ जला देने तक का आह्वान करने वाले लोग सामान्य राजनीतिक कार्यकर्ता नहीं हैं। ये वो लोग हैं जिन्होंने संविधान की शपथ ली है। हालाँकि संविधान की शपथ तो प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने भी ली है लेकिन लोकसभा में नेता विपक्ष के संवैधानिक पद पर बैठे राहुल गाँधी को दी जा रही धमकियों पर उनकी चुप्पी बता रही है कि केंद्र में सरकार जैसी चीज़ नहीं है। दुनिया का किसी लोकतंत्र में ऐसा संभव नहीं है कि नेता प्रतिपक्ष को इस तरह खुलेआम धमकी दी जाये और सरकार की ओर से कोई क़ानूनी क़दम न उठाया जाये। सरकार की चुप्पी बताती है कि सब कुछ उसकी योजना के अनुसार हो रहा है। यह सरकार के माफ़िया होने की मुनादी है।