पटना के जिस ऐतिहासिक गांधी मैदान में 5 जून 1975 को जयप्रकाश नारायण ने सम्पूर्ण क्रांति का आह्वान करते हुए दिनकर की पंक्तियों को दोहराया था कि 'सिंहासन खाली करो कि जनता आती है', उसी मैदान पर 3 मार्च को आरजेडी और विपक्ष की जनविश्वास रैली संपन्न हुई। अनुमान है कि इस रैली में 10 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए। इस मैदान पर अब तक के इतिहास की संभवतया यह सबसे बड़ी भीड़ थी। लेकिन भीड़ से ज्यादा महत्वपूर्ण था, लोगों का उत्साह और मंच पर मौजूद नेताओं के प्रति उनका विश्वास। लोगों में मौजूदा सत्ता के प्रति रोष इतना था कि जैसे ही नरेंद्र मोदी का नाम आता था लोग हिकारत से हुंकार उठते थे।