कोरोना महामारी से निबटने के लिए चार महीने पहले जब देशव्यापी लॉकडाउन लागू किया गया था, तब देश में कोरोना से संक्रमण के करीब 450 मामले थे और महज 18 लोगों की मौत हुई थी। लॉकडाउन लागू होने के चार दिन पहले जनता कर्फ्यू भी लगाया गया था और उसी दिन से सब कुछ बंद हो गया था।

भारत में कोरोना ने खोली स्वास्थ्य सेवाओं की पोल, नरेंद्र मोदी सरकार भी रही पूरी तरह बेख़बर और लापरवाह। नतीजा सबके सामने है।