पिछले दिनों पंजाब में आरएसएस को लेकर दिया गया राहुल गाँधी का बयान सदियों तक गूँजेगा। राहुल ने यह कहकर कि ‘आरएसएस के दफ़्तर ले जाने के लिए उनका गला काटना पड़ेगा’, बता दिया है कि वे इस कथित सांस्कृतिक संगठन की ओर से मौजूदा संविधान को नष्ट करने की कोशिशों के विरुद्ध समझौताहीन संघर्ष के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी यह भंगिमा कांग्रेस और कांग्रेसजनों को नई वैचारिक धार से लैस कर रहा है।
राहुल गाँधी आरएसएस पर इस कदर हमलावर क्यों हैं?
- विचार
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- 31 Feb, 2023

राहुल गांधी आरएसएस पर लगातार हमलावर क्यों हैं और वह क्यों कहते हैं कि जान दे देंगे लेकिन वो आरएसएस दफ्तर नहीं जाएँगे?
वैसे तो राहुल गाँधी ने ये बयान बीजेपी सांसद और अपने चचेरे भाई वरुण गाँधी के कांग्रेस में प्रवेश के संबंध में पूछे गये सवाल के जवाब में दिया था, लेकिन उनकी वाणी ने जिस सहजता से ऐसे कठिन संकल्प की अभिव्यक्ति की, वह उनके मानसिक बुनावट और इस मसले पर किये गये गहन चिंतन-मनन को दिखाता है।