पिछले दिनों पंजाब में आरएसएस को लेकर दिया गया राहुल गाँधी का बयान सदियों तक गूँजेगा। राहुल ने यह कहकर कि ‘आरएसएस के दफ़्तर ले जाने के लिए उनका गला काटना पड़ेगा’, बता दिया है कि वे इस कथित सांस्कृतिक संगठन की ओर से मौजूदा संविधान को नष्ट करने की कोशिशों के विरुद्ध समझौताहीन संघर्ष के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी यह भंगिमा कांग्रेस और कांग्रेसजनों को नई वैचारिक धार से लैस कर रहा है।