हिन्दू धर्म से संबंधित भागवत पुराण के 8वें स्कन्ध में ‘गजेन्द्रमोक्ष’ नाम की कथा का वर्णन है। इस कथा के अनुसार, क्षीरसागर, जहां भगवान विष्णु का निवास स्थान है, में त्रिकूट नाम का एक पर्वत था जिसके चारों ओर एक घना जंगल था उसमें गजेन्द्र नाम का एक हाथी अपने परिवार और समूह के साथ रहता था। एक दिन जब थक कर वह एक सरोवर में घुसकर नहाने और पानी पीने लगा तभी उसमें रहने वाले एक मगरमच्छ ने उसका पैर अपने नुकीले दांतों वाले मुँह से दबोच लिया। हाथी और उसके साथियों ने उसे छुड़ाने की बहुत कोशिश की लेकिन मगरमच्छ बहुत शक्तिशाली था, इसलिए गजेन्द्र छूट नहीं पा रहा था, वह लगातार मृत्यु के करीब जा रहा था तभी उसने भगवान विष्णु को याद किया।