कुछ समय पहले एक फ़िल्म आई थी – ‘हेराफेरी’। परेश रावल, अक्षय कुमार और दूसरे कलाकारों के साथ। उस फ़िल्म की सबसे ख़ास बात यह थी कि हर नया सीन, हर नया डॉयलाग और हर बार एंट्री करता नया कलाकार, एक नया कन्फ्यूजन पैदा करता था। इस सुपर हिट फ़िल्म की याद मुझे आज 68 दिनों के लॉकडाउन खुलने के बाद हुए अनलॉक के पहले दिन आ रही है। देश भर में कुल मिलाकर हर जगह फ़िल्म ‘हेराफेरी’ जैसा सीन महसूस किया जा सकता है, ख़ासतौर से उत्तर भारत के राज्यों में और सरकारों के स्तर पर। लगता है मानो राज्य सरकारों, मुख्यमंत्रियों और केन्द्र सरकार के बीच कोई कॉम्प्टीशन चल रहा है, कन्फ्यूजन पैदा करने को लेकर।