चीन को पूर्वी लद्दाख के सीमांत भारतीय इलाक़े से पीछे जाने के लिये मजबूर करने के इरादे से सैन्य विकल्प के इस्तेमाल की सम्भावनाओं को लेकर भारत के प्रधान सेनापति जनरल बिपिन रावत के बयान का सामरिक हलकों में गहन विश्लेषण शुरू हो गया है। जनरल रावत के इस बयान को अमल में लाया गया तो चीन के साथ सीमित युद्ध होगा या खुला युद्ध छिड़ जाएगा। क्या चीनी सेना के साथ युद्ध पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पार चीनी क़ब्ज़े वाले भारतीय इलाक़ों तक ही सीमित रहेगा या युद्ध की आग चारों ओर फैल जाएगी।