संत कबीरदास के तमाम दोहे बचपन में पढ़ाए गए थे, जिनका सही मायने स्कूल छोड़ने के बाद ही समझ आया। और एक-एक दोहा जीवन में समय-समय पर राह दिखाता है। जात न पूछो साधु की, पूछ लीजिए ज्ञान; मोल करो तलवार का, पड़ी रहन दो म्यान। इन्हीं में एक ऐसा दोहा है जिसकी याद उस दिन बहुत आई जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बता डाली भगवान हनुमान की जाति।