किसी सच्चे संत, महात्मा, त्यागी अथवा योगी को यदि 'बुलडोज़र बाबा' की उपाधि से नवाज़ा जाये तो मुझे नहीं लगता कि यह उपाधि उसे पसंद आयेगी या अच्छी लगेगी। क्योंकि निश्चित रूप से बुलडोज़र विध्वंस तोड़ फोड़ का ही प्रतीक है। और किसी संत योगी का विध्वंस से आख़िर क्या वास्ता हो सकता है।
राजनीति का 'बुलडोज़र काल'
- विचार
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- 25 Mar, 2022
योगी आदित्यनाथ को बुलडोज़र बाबा तो शिवराज सिंह चौहान को बुलडोज़र मामा की उपाधि क्यों दी गई है? ये नेता ऐसी उपाधियां क्यों लेना चाहते हैं?

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को भी जब टीवी व समाचारपत्रों में 'बुलडोज़र बाबा' के नाम से उद्घृत किया जाता था तो ऐसा ही लगता था कि शायद यह 'उपाधि’ उन्हें भी ठीक न लगती हो।
परन्तु पिछले दिनों जब योगी आदित्य नाथ को उनके मुख्यमंत्री पद की दूसरी बार शपथ ग्रहण करने से पूर्व गत 20 मार्च को ही उनके गोरखपुर प्रवास के दौरान कुछ व्यवसायियों द्वारा चांदी का बुलडोज़र भेंट किया गया और योगी जी प्रसन्नचित मुद्रा में चांदी के उस बुलडोज़र को स्वीकार करते हुये नज़र आये तो मेरी ग़लतफ़हमी दूर हो गयी।