महाबली नेतृत्व वाली बीजेपी ने आखिर मान ही लिया कि राहुल गांधी का प्रताप लगातार बढ़ रहा है और वे दशानन बन चुके हैं। दशानन का अर्थ दस सिर वाला नहीं होता बल्कि दशानन का अर्थ एक ही सिर वाले व्यक्ति के पास दिव्यदृष्टि का हो जाना भी होता है। बीजेपी ने गुरुवार को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर राहुल गांधी का एक पोस्टर जारी किया और उन्हें नए जमाने का रावण बताया। पार्टी ने लिखा- नए जमाने का रावण यहाँ है। वे दुष्ट, धर्म और राम विरोधी हैं। उनका एकमात्र लक्ष्य देश को बर्बाद करना है।मोदी युग में अपने प्रतिद्वंद्वी को रावण कहा जाना क़तई हैरानी की बात नहीं है। हैरानी की बात तो ये है कि भाजपा के विद्वान आईटी सेल वाले न राम को ठीक-ठीक जानते हैं और न रावण को। रावण के दस सिर माने जाते थे लेकिन भाजपा के रावण के 7 सिर ही हैं। त्रेता के राम ने कभी चाय नहीं बेची थी लेकिन भाजपा के राम चाय बेचते हुए रामलीला करने आये हैं। भाजपा के रावण के कोई भाई नहीं है जबकि त्रेता के रावण के पास कुंभकर्ण, विभीषण जैसे महाबली भाई थे। रावण की बहन सूर्पणखा अविवाहित थी, भाजपा के रावण की बहन न कुरूप है और न अविवाहित, वो दो बच्चों की मां है। उसे कोई भूले से भी सूर्पणखा नहीं कह सकता।