भारत की संसद रोज नया इतिहास लिखती है। इतिहास लेखन की गति बीते एक दशक में और तेज हो गयी है। जिस भारतीय संसद ने इतिहास पुरुष माननीय नरेंद्र मोदी की अगुवाई में दो रोज पहले नारी शक्ति वंदन का इतिहास लिखा उसी संसद में सरकारी पार्टी के एक सांसद ने संसदीय शब्दकोश में तमाम ऐसे सु-संस्कृत शब्द और जोड़ दिए जो बीते 75 साल में नहीं गढ़े गए थे। इस नए इतिहास लेखन के लिए सरकारी पार्टी और सरकारी पार्टी को भारत रत्न के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से अलंकृत किया जाना चाहिए।