कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी के ख़िलाफ़ जारी घेरेबंदी ने साबित कर दिया है कि बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर राहुल गाँधी से बुरी तरह भयभीत है। उसे राहुल गाँधी का विपक्षी एकता का शिल्पकार होना रास नहीं आ रहा है। लेकिन राहुल गाँधी की संसद सदस्यता से लेकर उनका आवास छीन लेने जैसे उसके दाँव-पेच, राहुल गाँधी की निर्भय भंगिमा के सामने बचकाने लगते हैं। यह भंगिमा संकेत देती है कि राहुल अपने संघर्षपथ पर आगे बढ़ने के लिए हर क़ीमत चुकाने को सहज रूप से तैयार हैं। लालच या भय से विपक्ष को तोड़ने-झुकाने की आदी हो चुकी बीजेपी को समझ में नहीं आ रहा है कि राहुल जैसे ‘सत्याग्रही’ से कैसे निपटे?
‘सत्याग्रही’ राहुल को 2024 की लड़ाई से हटाने को बेचैन बीजेपी!
- विचार
- |
- 29 Mar, 2025
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर गुजरात हाईकोर्ट के फैसले की तरह तरह से व्याख्या की जा रही है। कांग्रेस समेत बहुत लोगों ने इसे 2024 में राहुल का रास्ता रोकने की कार्यवाही बताया है। पत्रकार पंकज श्रीवास्तव भी इस पर अपनी राय रख रहे हैं, पढ़िए क्या कहना चाहते हैंः
