तीस जनवरी को श्रीनगर के ‘शेर ए कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम’ में मूसलाधार बारिश की तरह हो रही थी बर्फपात। वक्त था राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के समापन कार्यक्रम का। नेशनल कांफ्रेस के नेता उमर अब्दुला के भाषण के बीच स्थानीय अखबार ‘तालीम ए इरशाद’ के संपादक जान मोहम्मद ने मुझसे कहा कि आज की तारीख में कश्मीर में जनता के बीच राहुल गांधी की जो लोकप्रियता है वह देश के राष्ट्रीय नेताओं में कभी नेहरू जी को ही मिली थी। घाटी में ऐसी लोकप्रयिता इंदिरा गांधी, राजीव गांधी ,वीपी सिंह जैसे लोगों को भी नहीं मिली थी।
नया राजनीतिक नैरेटिव देने में कितना सफल रहे राहुल
- विचार
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- 29 Mar, 2025
भारत जोड़ो यात्रा की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि राहुल गांधी इसके जरिए नफरत नामक वायरस से सावधान करने का जो संदेश देना चाहते थे, वो उन्होंने आसानी से दिया। एक तरह गोडसे की विचारधारा है तो दूसरी तरफ गांधी की विचारधारा है। राहुल ने देश के सामने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या वो सही विचारधारा के साथ है।
