अडानी के मामले में पीएम मोदी उनसे रिश्तों का अब चाहे लाख छिपाना चाहें, वो छिप नहीं सकता। देश में यह संदेश साफ जा चुका है कि अडानी-मोदी रिश्ते बहुत साफ हैं। इसे चाहकर भी नहीं छिपाया जा सकता।
भारत जोड़ो यात्रा की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि राहुल गांधी इसके जरिए नफरत नामक वायरस से सावधान करने का जो संदेश देना चाहते थे, वो उन्होंने आसानी से दिया। एक तरह गोडसे की विचारधारा है तो दूसरी तरफ गांधी की विचारधारा है। राहुल ने देश के सामने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या वो सही विचारधारा के साथ है।