जम्मू कश्मीर में बुधवार 25 सितंबर को दूसरे चरण का मतदान बहुत महत्वपूर्ण है। 26 सीटों में नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और अपनी पार्टी के प्रमुख अल्ताफ बुखारी समेत 239 उम्मीदवार मैदान में हैं। इस चरण में नेशनल कॉन्फ्रेंस के दबदबे वाली सीटें हैं। इनमें पीडीपी का आधार लगातार कम होता गया है।
कश्मीर घाटी में 'प्रॉक्सी' दलों की आड़ में लोकसभा चुनाव लड़ने का भाजपा का प्रयोग बुरी तरह नाकाम रहा है क्योंकि उन सभी दलों के उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। राज्य में विधानसभा चुनाव कभी भी हो सकते हैं। चुनाव आयोग ने चुनाव चिह्न पर सुझाव मांगे हैं। ऐसे में भाजपा क्या कश्मीर घाटी में चुनाव लड़ पाएगी या फिर इन्हीं प्रॉक्सी दलों को उतारेगी।
जम्मू कश्मीर में शनिवार को सिर्फ 1 सीट अनंतनाग-राजौरी सीट पर चुनाव हो रहा है। लेकिन यहां पर बड़े पैमाने पर पीडीपी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है। लोकसभा प्रत्याशी महबूबा मुफ्ती ने इस मुद्दे पर धरना दिया। पुलिस ने आरोपों को स्वीकार किया लेकिन अपनी सफाई में कहा कि कानून व्यवस्था के लिए ऐसा किया गया है।
जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भारत के हालात की तुलना सीरिया और पाकिस्तान से करते हुए कहा है कि यहां इतनी नफरत हो गई है कि लोग बंदूक उठाने को तैयार रहते हैं। महबूबा ने यह बात इंडिया टुडे को गुरुवार 17 अगस्त को दिए गए इंटरव्यू में कही है। पीडीपी वही पार्टी है, जिसके साथ कभी भाजपा ने गठबंधन किया था।
भारत जोड़ो यात्रा की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि राहुल गांधी इसके जरिए नफरत नामक वायरस से सावधान करने का जो संदेश देना चाहते थे, वो उन्होंने आसानी से दिया। एक तरह गोडसे की विचारधारा है तो दूसरी तरफ गांधी की विचारधारा है। राहुल ने देश के सामने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या वो सही विचारधारा के साथ है।