असमिया के प्रतिष्ठित कवि नीलिम कुमार ने कल्पना भी नहीं की होगी कि विनोद-भाव या कुछ शरारत से लिखी गयी उनकी कविता पर इतना बवाल मचेगा कि उन्हें जान से मारने की धमकियाँ मिलने लगेंगी, कई एफ़आईआर दर्ज हो जायेंगी और उन्हें बार-बार सफ़ाई देनी पड़ेगी। लेकिन हमारे देश में यह असहिष्णुता और आक्रामकता का दौर है, लिहाज़ा नीलिम की कविता पर हंगामा जितना दुर्भाग्यपूर्ण है, उतना आश्चर्यजनक नहीं।
असमिया कवि नीलिम कुमार को कविता लिखने पर जान से मारने की धमकी!
- विचार
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- 11 Jul, 2020

देखते ही देखते असम का सांस्कृतिक माहौल नीलिम कुमार के प्रतिकूल हो गया और उन्हें गला काटने तक की धमकियाँ दी जाने लगीं। असमिया लेखक समुदाय और मीडिया भी विरोध में पीछे नहीं रहा।
मंगलेश डबराल मशहूर साहित्यकार हैं और समकालीन हिन्दी कवियों में सबसे चर्चित नामों में से एक हैं।