भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि आरक्षण ख़त्म करने की बात बेवक़ूफ़ी है, लेकिन हमारी सरकार उसे ऐसा ज़रूर बना देगी कि आरक्षण रहने या न रहने का कोई मतलब नहीं रह जाएगा। इसके लिए केंद्र ने कई क़दम उठाने की कोशिश की, जिसमें विश्वविद्यालयों में रोस्टर में बदलाव, संघ लोक सेवा आयोग के माध्यम से सैकड़ों चयनित अभ्यर्थियों को क्रीमी लेयर के मुक़दमों में फँसाकर हतोत्साहित करने और लैटरल एंट्री आदि शामिल हैं। सरकार आरक्षण को मज़ाक़ बनाने की पूरी कवायद कर रही है।