भारत में क़ानून पढ़ाने वाले ही आरक्षण के क़ानून का पालन नहीं कर रहे हैं। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की सुनवाई में यह बात सामने आई है कि नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज (एनएलयू)/स्कूलों में आरक्षण के संवैधानिक प्रावधानों व सरकारी आदेशों (जीओ) की धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं और एलएलबी व एलएलएम के प्रवेश में सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्ग (ओबीसी) को आरक्षण नहीं दिया जा रहा है।