जिस दौर में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को मुसलमानों का तुष्टीकरण करने वाली पार्टी के रूप में प्रचारित कर हिन्दुत्ववाद की अपनी राजनीति का और अधिक विस्तार किया था उस समय शायद राहुल गाँधी के सलाहकारों ने उन्हें भी सलाह दे डाली थी कि वे भी स्वयं को हिन्दू हितैषी यहां तक की 'जनेऊधारी हिन्दू' प्रचारित करें। अब उसी रास्ते पर आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविन्द केजरीवाल हैं। यह एक ट्रैप है, जिसमें हर राजनीतिक दल फंसता है। बीजेपी इसी का फायदा उठाती है।
हिन्दुत्ववाद की राजनीति में कहीं 'आप' फिसल न जाये ?
- विचार
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- 29 Mar, 2025
हिन्दुत्व की राजनीति बीजेपी का पेटेन्ट बन चुका है। अगर किसी अन्य पार्टी ने हिन्दुत्व की राजनीति करने की कोशिश की, उस ट्रैप में वो फंसी लेकिन उसे मामूली सफलता भी नहीं मिली। कांग्रेस का उदाहरण सामने है। वो भी इस ट्रैप में फंसी और अब उसे अपनी मूल विचारधारा पर लौटकर भारत जोड़ो यात्रा निकालनी पड़ रही है। आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविन्द केजरीवाल भी उसी ट्रैप में फंस चुके हैं, जबकि आप किन उद्देश्यों के लिए बनी थी? तनवीर जाफरी ने इन्हीं सवालों के तह में जाने की कोशिश की हैः
