चुनाव है तो प्रधानमंत्री मोदी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी चुनाव प्रचार के लिए विदर्भ पहुँच रहे हैं। यह वही विदर्भ क्षेत्र है जिसको महाराष्ट्र की राजनीतिक सत्ता की कुंजी कहा जाता है। कहा जाता है कि 62 विधानसभा सीटों वाला विदर्भ क्षेत्र ही तय करता है कि महाराष्ट्र की सरकार कौन चलाएगा। तो इस विदर्भ के लोगों की हालत कैसी है? जहाँ से राज्य की सत्ता तय होती है वहाँ के लोगों का जीवन स्तर कैसा है?
महाराष्ट्र की सत्ता तय करने वाले विदर्भ के किसानों की हालत क्यों नहीं सुधर पायी?
- महाराष्ट्र
- |
- 12 Nov, 2024
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव-प्रचार जोरों पर है। राजनेता एक के बाद एक कई चुनावी वादे कर रहे हैं। हर बार करते रहे हैं, लेकिन विदर्भ के किसानों की आत्महत्याएँ नहीं रुक रही हैं?

एक रिपोर्ट आई थी कि विदर्भ के अमरावती संभाग में इस साल जून तक छह महीने में 557 किसानों ने आत्महत्या की। इस दौरान पूरे महाराष्ट्र में कुल 1267 किसानों ने आत्महत्या की। राज्य राहत एवं पुनर्वास विभाग द्वारा जुटाए गए आँकड़ों के अनुसार विदर्भ में 2023 में पूरे साल में 1439 किसानों ने आत्महत्या की।